न्यूटन के गति का नियम
न्यूटन का प्रथम गति नियम(Newton's first law of motion) :- यदि कोई वस्तु विराम अवस्था में है, तो वह विराम अवस्था में ही रहेगी या यदि वह एक समान चाल में सीधी रेखा में चल रही है, तो वैसे ही चलती रहेगी, जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल लगाकर उसकी वर्तमान अवस्था में परिवर्तन न किया जाए
➡ प्रथम नियम को गैलीलियो का नियम या जड़त्व का नियम भी कहते हैं।
➡ प्रथम नियम से बल की परिभाषा मिलती है।
न्यूटन का द्वितीय गति नियम( Newton's second law of motion):- किसी वस्तु का संवेग में परिवर्तन की दर उस वस्तु पर आरोपित बल के समानुपाती होता है तथा संवेग परिवर्तन बल की दिशा में होता है।
➡ द्वितीय नियम से बल का व्यंजक प्राप्त होता है।
न्यूटन का तृतीय गति नियम( Newton's third law of motion):- प्रत्येक क्रिया के बराबर, परंतु विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है
उदाहरण- बंदूक से गोली चलाने पर, चलाने वाले को पीछे की ओर धक्का लगना, नाव से किनारे पर कूदने पर नाव को पीछे की ओर हट जाना, रॉकेट को उड़ाने में
न्यूटन का प्रथम गति नियम(Newton's first law of motion) :- यदि कोई वस्तु विराम अवस्था में है, तो वह विराम अवस्था में ही रहेगी या यदि वह एक समान चाल में सीधी रेखा में चल रही है, तो वैसे ही चलती रहेगी, जब तक कि उस पर कोई बाह्य बल लगाकर उसकी वर्तमान अवस्था में परिवर्तन न किया जाए
➡ प्रथम नियम को गैलीलियो का नियम या जड़त्व का नियम भी कहते हैं।
➡ प्रथम नियम से बल की परिभाषा मिलती है।
न्यूटन का द्वितीय गति नियम( Newton's second law of motion):- किसी वस्तु का संवेग में परिवर्तन की दर उस वस्तु पर आरोपित बल के समानुपाती होता है तथा संवेग परिवर्तन बल की दिशा में होता है।
➡ द्वितीय नियम से बल का व्यंजक प्राप्त होता है।
न्यूटन का तृतीय गति नियम( Newton's third law of motion):- प्रत्येक क्रिया के बराबर, परंतु विपरीत दिशा में प्रतिक्रिया होती है
उदाहरण- बंदूक से गोली चलाने पर, चलाने वाले को पीछे की ओर धक्का लगना, नाव से किनारे पर कूदने पर नाव को पीछे की ओर हट जाना, रॉकेट को उड़ाने में
No comments:
Post a Comment